saty kya hai।सत्य क्या है

saty kya hai। जीवन में उच्च नीच उतार-चढ़ा भेदभाव सत्य असत्य जैसे रहते हैं आज हम जानेंगे सत्य क्या है और क्या होता है

saty kya hai

कहां जाता है कि सत्य भगवान का स्वरूप होता है और भगवान ही सत्य होता है जैसे की ईश्वर सत्य है और सत्य ही ईश्वर है सत्य से दुनिया चलती है और सत्य से ही संसार में इंसान बने हुए हैं

आज इस दुनिया में जितने भी जीव जंतु और पेड़ पौधे है वह सत्य से ही इस दुनिया में जीवित है जिस दिन सत्य मिटने लगेगा उसे दिन इस दुनिया को तबाह हो जाएगा जिस दिन सत्य नहीं रहेगा आज सत्य से ही पूरा धरती चल रही है और इसलिए सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर ही सत्य है

आप लोगों को लगता होगा कि हम सत्य है और मैं यह हूं वह हूं लेकिन यह सब गलत है आप सत्य नहीं है आप शरीर नहीं है आप आत्मा हो और एक दिन यह शरीर छोड़ कर जाना पड़ता है और आत्मा हमेशा जिंदा रहता है इसलिए आप का आत्मा सत्य है और यह संसार भी एक खिलौना है यहां दुनिया में लोग आते जाते रहते हैं और न जाने कि इस दुनिया जैसे-जैसे और दुनिया हो सकता है

इंसान की जितनी सोच रहती है उतनी ही सत्य जानते हैं लेकिन जो जितना सोचता है वह उतना ही जानता है जैसे भगवान गौतम बुद्ध ने सत्य की खोज करने के लिए अपना सब कुछ छोड़कर संयासी बन गए और एक दिन वह सत्य का खोज कर ली उसने

ईश्वर को जान दिया और वह सत्य को प्राप्त कर लिए इसी प्रकार हम इंसान लोग झूठ को सत्य और सत्य को झूठ कहते रहते हैं लेकिन सत्य वह होता है जो सत्य होता है

सत्य क्या है

  • ईश्वर ही सत्य है सत्य ही ईश्वर है
  • झूठ को बेनकाब करना सत्य है
  • सत्य से ही ब्रह्मांड टिका हुआ है
  • सत्य धर्म संस्कृति और संस्कार है
  • सत्य से धरती चलती है और सत्य से ही दुनिया है
  • सत्य सत्य होता है
  • सत्य ही से समाज चलती है
  • सत्य से जीवन चलता है
  • सत्य हमेशा आगे रहता है
  • सत्य को कोई हरा नहीं सकता

भगवान श्री कृष्ण ने भगवत गीता में अर्जुन को सत्य के बारे में बताया है कि वह इस दुनिया में जब-जब धर्म की हनी होगी तब तक इस दुनिया में वह जन्म लेकर आएंगे और अधर्म का विनाश करके फिर से इस दुनिया से जाएंगे

क्यो की है अर्जुन इस दुनिया सत्य से ही चलता है और जब सत्य कमजोर होने लगता है औरअसत्य बढ़ने लगता है तब मुझे इस धरती पर सत्य की रक्षा करने के लिए जन्म लेना पड़ता है

इसी प्रकार कोई इंसान सत्य को कितना भी झूठ करार दे लेकिन सत्य को एक दिन सत्य होना पड़ता है इस प्रकार जैसे इंसान जन्म लेता है और अटल सत्य है कि वह इस दुनिया से भी चला जाएगा और फिर इस दुनिया में वह एक न एक दिन वापस आएगा यह सत्य है

सत्य ही जीवन का आधार होता है वह ना तो झुकता है और ना ही रूकता है जरूर मुश्किलों का सामना करना पड़ता है लेकिन एक दिन वहां सकते ही होता है इस प्रकार सत्य की वाक्य की गई है क्योंकि सत्य ही अटल सत्य है

सत्य क्या है

सत्य को सत्य बोलना और लिखना ही सत्य है

सत्य कहां रहता है

सत्य सदा स्थिर रहता है और सत्य में ही रहता है यह ईश्वर का स्वरूप है क्योंकि ईश्वर ही सत्य है सत्य ईश्वर है।

इस संसार में सत्य क्या है

इस संसार में सबसे बड़ा सत्य है जन्म लेने वाले की मृत्यु जरूर होती हैं यह अटल सत्य है जीवन का

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