दुख क्या है ।dukh kya hai

दुख क्या है। हमारे जीवन में अनेक प्रकार के दुख और तकलीफ होते रहते हैं लेकिन हमें यह मालूम करने में लग जाता है कि यह दुख क्या होता है और दुख क्या है

दुख क्या है

जब हमें किसी चीज या किसी बात का तकलीब होने लगती है तब हमें दुख होने लगता है जैसे हम कोई कार्य कर रहे हैं और कार्य करते समय हमें हमारा कार्य पूर्ण नहीं हो रहा तो हमें बहुत दुख होता है क्योंकि हम जिस कार्य को कर रहे हैं वह पूरा नहीं होता तो हमें दुख प्राप्त होता है

इसी प्रकार हमें हमारे जीवन में अनेक प्रकार के दुख होते हैं दुख मन का होता है तन का होता है और दूसरों का दिया हुआ भी दुख होता है दुख वह है जो हमारे कार्य के हिसाब से गलत होता है दुख हुआ है जो हमारे मन को दुखी करता है दुख कई प्रकार के होते हैं आईए जानते हैं

  • हमारे तन का दुख
  • जीवन का दुख
  • मरने का दुख
  • दूसरों का दुख
  • हमारे मन का दुख
  • धन का दुख
  • कर्म का दुख
  • दुख का दुख
  • हार का दुख
  • जलन का दुख

इस प्रकार से हमारे जीवन में कई दुख प्राप्त होते हैं और हमें इस दुख से लड़ने पड़ता है क्योंकि जीवन में दुख और सुख जैसे रात और दिन खाना पीना सुबह शाम महिला पुरुष इसी प्रकार जीवन में सुख-दुख होते हैं और यह सभी इंसान के जीवन में आते रहते हैं और उनसे हर इंसान को लड़ना पड़ता है चाहे वह इंसान गरीब हो या अमीर हो जीवन में जीने के लिए यह हर इंसान के जीवन में आते हैं चाहे आप अच्छे कर्म करो या बुरा कर्म करो सुख और दुख आपके जीवन में आते जाते रहेंगे।

हमें दुख क्यों होता है

हमें दुख इसलिए भी होता है क्योंकि हम दूसरों के ऊपर कुछ ज्यादा ही भरोसा कर लेते हैं और जब वह भरोसा टूटता है तो हमें बहुत दुख प्राप्त होते हैं इसलिए जब भी आप आप किसी चीज पर ज्यादा भरोसा करोगे तब तक आपको दुख मिलता रहेगा इसलिए हमेशा कम भरोसा करना चाहिए और ऐसा भी नहीं होना चाहिए कि भरोसा ही नहीं करना चाहिए क्योंकि जीवन जीने के लिए भरोसे से ही जिया जाता है लेकिन इतना भी ज्यादा भरोसा मत करो कि एक दिन वह तुम्हारे भरोसे को और उम्मीद को तोड़ दे और तुम्हें दुख झेलना पड़े इसीलिए।

किसी पर ज्यादा उम्मीद मत रखो और अपने जीवन में अच्छे कर्म को ही अपना धर्म समझ कर करना चाहिए और हमेशा बड़े और छोटू की इज्जत करने से आपको भी इज्जत मिलेगी और आपको इससे खुशी प्राप्त होगी और चाहे जीवन में जितना भी दुख और तकलीफ आ जाए जीवन आगे बढ़ना चाहिए और एक दिन वक्त के साथ दुख भी सुख में बदल जाते हैं और जीवन में सुख दुख जीवन के पहलू है यह तो आते जाते रहते हैं

जीवन कैसे जिए

एक अच्छा आदमी वही होता है जो अपने से बड़े बुजुर्ग और छोटे का सम्मान करें और उसे इज्जत दे क्योंकि इज्जत और सम्मान देने से खुद की इज्जत और सम्मान बढ़ता है और दूसरों को अपमान करने से हमें भी अपमान होना पड़ता है

और दूसरों को दुख देने की वजह दूसरों के लिए जियो और खुशी दे को ना आपको दूसरे दुख देने की कोशिश करें लेकिन आपको हमेशा अपने और दूसरों को सदा खुशी ही बंटनी चाहिए और जीवन में अपने काम को और परिवार को महत्व दें क्योंकि जब तक आपके पास पैसा है तब तक आपके सभी होते हैं और जब आपके पास पैसे नहीं होता तो आपके अपने भी छोड़ कर चले जाते है

इसलिए अपने काम को और पैसे को महत्व देने चाहिए और सभी को इज्जत और सम्मान देकर अपना जीवन भगवान को समर्पित करके जीना चाहिए

मनुष्य को दुख क्यों होता है

तन मन धन और आत्मा को तकलीफ होती है तो दुख प्राप्त होता है

जीवन में दुख क्यों आते हैं

सुख-दुख ही जीवन है

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