जीवन पर सर्वश्रेष्ठ सुविचार. शुभ विचार

जीवन पर सर्वश्रेष्ठ सुविचार। आज हम जीवन पर अच्छे विचार क्या हो सकते हैं यह जानने की कोशिश करेंगे

जीवन पर सर्वश्रेष्ठ सुविचार

हमें मनुष्य जीवन 84 लाख योनि के बाद मिलता है ऐसे बड़े बुजुर्ग कहते हैं और हमें इस जीवन को व्यर्थ नहीं जाने देना चाहिए और हमें इस जीवन का अच्छे से उपयोग करके अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए जिससे आने वाले दीनों में हमें लोग याद कर कर खुश हो जाए और हमें हमारे कर्मों को याद करें

अपने जीवन में सदा नेक काम करते रहना चाहिए और लोगों saty kya hai।सत्य क्या है को गलत रास्ते में जाने से रोकना चाहिए जिससे हमें खुशी हो वह काम पूरे मन से करना चाहिए जिसमें लोगों का भी कुछ ना बिगड़े और अपना काम भी अच्छी तरह से बन जाए वह काम करना चाहिए

जीवन भगवान की देन होता है और हमें चाहिए कि उसे अच्छा कार्य में उपयोग करना और हमें दूसरों को भी यही शिक्षा देनी चाहिए और गलत रास्ते पर भड़काने वाले को सही रास्ता दिखाना हमारा कर्तव्य बनता है अपना जीवन शिक्षित करना और बड़े और बुजुर्गों का सम्मान और आदर करना यह हमारा परम कर्तव्य है

जीवन पर सर्वश्रेष्ठ विचार क्या है

  • हमें सभी से मिलजुल कर रहना चाहिए और सबको प्यार और सम्मान देना चाहिए
  • भगवान का दिया हुआ यह जीवन व्यर्थ नहीं गवाना चाहिए और इसे हमेशा सदुपयोग में लाना चाहिए
  • अपना कर्तव्य सभी इंसान को अच्छी तरीके से निभाना चाहिए और अपना परिवार का देखभाल करना चाहिए
  • हम इंसान प्यार उसी से करना चाहिए जो हमें प्यार कर सके और हमें समझ सके वही प्यार के लायक है
  • इंसान को हमेशा अपनों और गैरों पर प्यार देना चाहिए और नफरत फैलाने वालों को भी प्यार दे नफरत नहीं
  • इस दुनिया में सत्य से बड़ा कोई नहीं होता सत्य ही ईश्वर है और ईश्वर ही सत्य है इसलिए हमेशा सत्य का सहारा लेना चाहिए
  • हमें इस दुनिया में लाने वाले माता-पिता का हमेशा ख्याल रखना चाहिए क्योंकि वह हमें इस दुनिया में लाई है और हमारा परवरिश किया है
  • जिंदगी एक बार मिलता है और सभी को इस जीवन को छोड़कर जाना पड़ता है इसलिए किसी को इतना दुख नहीं देना चाहिए कि वह तुम्हें कभी माफ ना कर सके
  • तुम हमेशा दूसरों का भला करने के लिए सोचोगे तो भगवान हमेशा तुम्हारे साथ भला करता रहेगा और इसका विपरीत सोचोगे तो तुम्हारा भी विपरीत होगा
  1. जो पास है वह दिल में नहीं है और जो दूर में है वह दिल में है तो जो पास है वह पास रहते हुए भी बहुत दूर है और जो दूर है वह दूर रहते हुए भी बहुत पास है क्योंकि वह दिल में है
  2. खुशी में अगर साथ ना निभाओ तो वह चलता है लेकिन अपनों को दुख में कभी अकेला मत छोड़ना क्योंकि दुख में सहारे की जरूरत होती है
  3. दुख देने वाले से खुशी देने वाला बड़ा होता है प्यार करने वाले से प्यार निभाने वाला बहुत बड़ा होता है नफरत करने वाले से नफरत को मिटाने वाला बड़ा होता है और जो गलती को माफ कर दे वह बहुत बड़ा दिलवाला होता है
  4. कर्म ऐसे करो कि दुनिया तुम्हें अच्छी नजर से देखें धर्म ऐसे निभाओ कि तुम्हें लोग याद रखें जैसे राजा हरिश्चंद्र ने अपना धर्म का पालन किया बहुत कठिनाई से लड़कर उसे आज भी लोग याद करते हैं उसके धर्म के कारण
  5. कितना भी दुख को सह लेना मगर अपनों को दुख नहीं देना चाहिए और कितना भी प्यार कर लेना किसी से पर अपनों को छोड़कर नहीं जाना चाहिए क्योंकि यह दुनिया है कब तुम्हें कोई धोखा दे दे यह पता नहीं होता
  6. धर्म कर्म अर्थ और त्याग यह जीवन का परम सत्य है अपने धर्म को अच्छे से निभाना चाहिए अच्छा कर्म करना चाहिए और अर्थ भी करना चाहिए और आखिरी समय में हम सभी चीज को त्यागना पड़ता है यह परम सत्य है
  7. कमाए हुए पैसे को इकट्ठा करना चाहिए और समय पढ़ने पर उस। पैसे का उपयोग करना चाहिए और उसी पैसे से गरीबों को दान करना चाहिए
  8. क्योंकि संसार में कमाया हुआ धन यही रह जाता है और तुम्हें लेकर जाना पड़ता है अपना पाप पुण्य का गठरी
  9. जो बोग वही काटोगे अच्छे फसल उगा ओगे तो अच्छे फसल काटोगे और बुरे फसल लोग आओगे तो बड़ा फसल काटोगे यही नियम होता है
  10. इंसान एक होता है कर्म अलग-अलग होता है और फल भी अलग-अलग मिलता है कहते है कि हम अपने बीवी बच्चे की परवरिश करें ना कि दूसरों का अपमान या गलत सोच रखें

यह है हमारे जीवन के कुछ अच्छे विचार हमें दूसरों और अपने के बारे में भी अच्छा सोचना चाहिए और अपना कर्तव्य धर्म का अच्छी तरह से पालन करते रहना चाहिए चाहिए यही हमारा कर्तव्य है

तीन अच्छे वीचार क्या है

धर्म करने से पाप नहीं होता और पैसे कमाने से दरिद्रता नहीं आती और झगड़े में शांत रहने से झगड़ा नहीं होता

पांच अच्छे विचार

पैसे कामना धर्म करना दान करना पुण्य करना और सभी का मदद करना

Leave a Comment

आपका ईमेल पता प्रकाशित नहीं किया जाएगा. आवश्यक फ़ील्ड चिह्नित हैं *